बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी लॉकडाउन के बाद सुधरेगा छात्रों का पेंडिंग रिजल्ट

बीआरए बिहार विवि के स्नातक छात्रों के पेंडिंग रिजल्ट का सुधार अब लॉकडाउन के बाद हो सकेगा। पेंडिंग सुधार के लिए कॉलेजों में जमा आवेदन कोरोना संक्रमण के कारण विवि नहीं पहुंच सके हैं। इस कारण छात्रों को रिजल्ट में सुधार के लिए कुछ इंतजार करना होगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि करीब-करीब सभी छात्रों का रिजल्ट क्लीयर है ।

वैसे छात्रों का रिजल्ट ही पेंडिंग होगा जिन्होंने एक पार्ट की परीक्षा दो बार तक में पास की होगी। इस कारण उनका पार्ट थ्री का रिजल्ट रुका होगा। उन्होंने कहा कि वैसे छात्रों को हरेक परीक्षा का एडमिट कार्ड और मार्क्सशीट की फोटो कॉपी जमा करनी होगी।

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स्नातक में पांच हजार छात्रों का रिजेक्ट हुआ आवेदन

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कॉलेजों में स्नातक नामांकन के लिए आवेदन करने वाले पांच हजार छात्रों के फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया है। गलत ऑनलाइन आवेदन करने और गलत जानकारी देने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसा किया है। इन छात्रों के आवेदनों को रिजेक्ट की सूची में डाल दिया है। इनको विवि अब दूसरा मौका नहीं देने के मूड में है।

78 कॉलेजों के लिए 30 अप्रैल तक स्नातक में एडमिशन के लिए ऑनलाइन की तिथि थी। एक लाख 40 हजार सीटों के लिए महज एक लाख पांच हजार छात्रों ने ही आवेदन किया । हालांकि, आवेदकों की संख्या कम होने के कारण विवि अधिकारी चिंचित हैं । कोरोना की स्थिति कुछ सामान्य होने पर विवि एक बार फिर फॉर्म भरने के लिए पोर्टल ओपन करने पर विचार कर सकता है। अबतक आये आवेदनों की यूएमआईएस की ओर से जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि पांच हजार से अधिक छात्रों ने गलत आवेदन किया है। कई छात्रों ने इंटर में आये अंक से पांच से दस फीसदी तक अधिक अंक भर दिया है।