बिहार यूनिवर्सिटी का वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रस्तावित वार्षिक बजट के 10.70 अरब रुपए का होगा। यह 13 करोड़ के घाटे एवं वर्तमान बजट से 52 करोड़ कम है। वर्तमान बजट 11 अरब 22 करोड़ का है। शिक्षक, कर्मचारियों एवं पेंशन के कई बकाए का भुगतान होने के कारण 2021-22 के बजट से इस बार राशि कम हो गई है।
इसे शुक्रवार को होने वाली सिंडिकेट की बैठक पेश किया जाएगा। बजट पारित होने के बाद इसे सीनेट में पेश किया जाएगा। सीनेट की मुहर लगने के बाद इसे सरकार की मंजूरी लिए भेजा जाएगा। यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार बजट में छात्रों के लिए कुछ खास प्रावधान नहीं किए गए हैं।
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शिक्षक, कर्मचारियों एवं पेंशन के कई बकाए का भुगतान होने से वर्तमान बजट से कम होगा, छात्रों की सुविधा के लिए ज्यादा कुछ नहीं
दरअसल, बजट बनाकर भेजने के बाद भी सरकार की ओर से वेतन, पेंशन मद में ही मुख्य रूप से राशि मिलती है। ऐसे में इंटरनल रिसोर्स ही छात्र मद में प्रावधान किए गए हैं। बैठक में वित्त समिति से पारित दो बैठकों के एजेंडे भी रखे जाएंगे।
फेलोशिप और स्कॉलरशिप पर 3.90 करोड़ कम्प्यूटराइजेशन पर 5.50 करोड़ होंगे खर्च
बजट में छात्रों के फेलोशिप और स्कॉलरशिप मद में 3.90 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस राशि से रिसर्च गतिविधियों को बल मिलेगा। विश्वविद्यालय के कम्प्यूटराइजेशन के लिए भी योजना बनाई गई है। इस पर 5.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। रूसा से मिली 12.14 करोड़ की राशि से भी विकास कार्य होंगे। इसके अलावा दीक्षांत समारोह, नैक से विवि के मूल्यांकन, UMIS के लिए अलग से प्रावधान किया गया है।
बिहार विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक आज, पेश होगा 2022-23 का वार्षिक प्रस्तावित बजट
बजट के प्रमुख बिंदु
- 21 लाख रुपए स्पोट्र्स काउंसिल के लिए दिए जाएंगे ।
- 88 करोड़ विवि की परीक्षाओं पर प्रावधान
- 90 लाख रुपए दीक्षांत समारोह पर खर्च।
- 50 लाख गोट हाउस के जीर्णोद्धार पर।
- 35 के लाख खर्च होंगे ऑडिटोरियम के जीर्णोद्धार पर।
- 05 लाइब्रेरी एवं स्टडी करोड़ से अधिक सेंटर पर खर्च होंगे
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