छात्रों को नौकरी की तलाश की बजाए स्वयं नियोक्ता बन रोजगार से जुड़ने की है जरूरत, यही समय की मांग Atal incubation center
उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रत्येक छात्रों को साधारण सी सरकारी नौकरी की तलाश करने की बजाए स्वयं नियोक्ता बनना चाहिए। जिससे छात्र-छात्राएं ना सिर्फ शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्वयं को रोजगार से जोड़ते हुए अन्य लोगों को भी रोजगार
उपलब्ध करा सकते है। जरूरत है छात्रों को सिलेबस के अनुसार उनके अंदर छिपी हुई उद्यमिता को निखारकर उचित
प्लेटफॉर्म देने की।

ये बातें अटल इंक्यूवेशन सेंटर के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी सह विहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश ने आरएन
कॉलेज में आयोजित क्रिएटिव कैरियर हेतु उद्यमिता विषय पर कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। एआईसी बिहार
विद्यापीठ, पटना के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन स्थानीय आरएन कॉलेज स्थित सभाकक्ष में आयोजित
किया गया।
जिसका उद्घाटनमुख्य अतिथि इंक्यूवेशन सेंटर के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी सह बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश
एवं हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रवि कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया। जिसका संचालन
महाविद्यालय के राजनीतिक शास्त्र विभाग के डॉ. शशिभूषण कुमार ने किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्टार्टअप बेंगलूरु के सीईओ रविशंकर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वयं के स्टार्टअप निर्माण प्रक्रिया में सहयोग देने का आश्वासन दिया। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रवि कुमार सिन्हा ने किया। कार्यक्रम कार्यक्रम के अंत में आरएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रवि कुमार सिन्हा एवं सीओ प्रमोद कुमार के बीच स्टार्टअप निर्माण प्रक्रिया में सहयोग के लिए एमओयू का अदान-प्रदान किया गया।
छात्रों के भविष्य निमार्ण में केंद्र की होगी भूमिका
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि स्थानीय आरएन कॉलेज में स्टार्टअप शुरू करने के लिए हुए समझौते से यहां के छात्रों का उज्जवल के निमार्ण में केंद्र का महत्वपूर्ण भूमिका निभायएगा। उन्होंने केंद्र सरकार के डिजिटल पहल की चर्चा करते हुए कहा कि छात्रों के सहयोग सरकार की आत्मानभर भारत की सपना साकार रूप लेगी। जब प्रत्येक छात्र उद्यमशीलता के प्रति सकारात्मक सोच होगा। उन्होंने महाविद्यालय इक्यूमेंशन केंद्र के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना विधायक मद से देने की घोषणा की। वहीं डॉ. आरके बर्मा, डॉ. पीके यादव, डॉ. उमा पाठक ने अपने विचार
व्यक्त किये।

स्टार्टअप केंद्र को मूर्त रूप में लाने का होगा प्रयास
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रवि कुमार सिन्हा ने कहा कि इक्यूबेशन केंद्र के माध्यम से छात्रों में छुपी हुई उद्यमिता क्षमताओं का बोध को पहचान कर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इन्क्यूबेशन सेंटर में वित्तीय, प्रशासनिक, विधिक, विपणन, मार्केटिंग एवं प्रचार समेत अन्य पहलुओं के दृष्टिकोण से स्टार्टअप को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में पूरी आबादी का केवल एक प्रतिशत हिस्सा ही रोजगार प्राप्त कर सकता है। शेष बचे छात्रों को निराश का भाव उत्पन्न होता है। जिसके लिए हमारी सामाजिक, सांस्कृतिक परिस्थितियां जिम्मेवार है। महाविद्यालय की इस नई पहल से एक सकारात्मक परिवेश का निर्माण होगा। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ.रूपा लक्ष्मी ने की।
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