स्नातक और पीजी के सत्र को पटरी पर लाना विश्वविद्यालय के लिए चुनौती : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से बेपटरी हुए सत्र को सुधारने के लिए योजना बनाई गई है। अब परीक्षाओं के आयोजन के बाद शीघ्र उसका परिणाम जारी हो, इसको लेकर दूसरे विश्वविद्यालय से कापियों की जांच में सहयोग लिया जाएगा। पदाधिकारियों ने इसको लेकर दूसरे विवि के अधिकारियों से बात की है।
उनका कहना है कि परीक्षा समाप्त होने के बाद जिन विषयों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है उनकी कापियों । को दूसरे विवि में भेजकर शीघ्र जांच कराया जाएगा ताकि जल्द परिणाम जारी हो सके। वहीं कम परीक्षार्थी वाले विषयों की कापियां विवि मुख्यालय में ही जांची जाएंगी। विवि की ओर से लंबित परीक्षाओं को लेकर फिर से कार्यक्रम जारी कर दिया है।
26 अगस्त से सितंबर के पहले सप्ताह तक बीएड, एमएड, बीपीएड समेत अन्य कोर्स के विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाएगी। जबकि, स्नातक और पीजी की परीक्षाएं सितंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू होंगी। इसको लेकर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है।
अक्टूबर तक सभी लंबित परीक्षाओं का होना है आयोजन :
यूजीसी की ओर से अक्टूबर तक सभी लंबित परीक्षाओं को हर हाल में पूरा कराने को लेकर निर्देश दिया गया है। ऐसे में विवि के पास अब दो महीने का समय रह गया है। जबकि, स्नातक, पीजी, वोकेशनल ला समेत दो दर्जन परीक्षाएं लंबित है। वहीं पीजी की दो परीक्षाओं का परिणाम आना है। बता दें कि स्नातक और पीजी में प्रथम वर्ष और प्रथम सेमेस्टर में वर्तमान में तीन बैच के विद्यार्थी एक साथ आ गए हैं। पीजी का तो हाल और बुरा है। अभी पिछले वर्ष के सत्र में नामांकन हो रहा है। जबकि 2021-23 में अगले वर्ष नामांकन होगा।
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