Oakland University Scholarships Mistake: ऑकलैंड विश्वविद्यालय ने अमेरिका के 5500 छात्रों को गलती से 36 लाख रुपये स्कॉलरशिप देने का ऐलान कर दिया। हालांकि बाद में विश्वविद्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने भूल सुधार किया। ये गलती एक मैसेज के द्वारा भेजी गई थी।
क्या है स्कॉलरशिप मैसेज का हाईलाइट
- ऑकलैंड यूनिवर्सिटी ने 5500 छात्रों को 36 लाख रुपये स्कॉलरशिप देने का संदेश भेजा
- छात्रों की खुशी ज्यादा देर तक नहीं चल सकी और यूनिवर्सिटी को गलती का अहसास हुआ
- यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक और ईमेल जारी करके बताया कि उसने गलती से संदेश भेजा
प्रत्येक छात्र को 36 लाख रुपये स्कॉलरशिप देने का संदेश आया
अमेरिका के ऑकलैंड यूनिवर्सिटी के 5500 छात्रों के लिए उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रत्येक छात्र को 36 लाख रुपये स्कॉलरशिप देने का संदेश आया (Scholarships Mistake)। हालांकि हजारों छात्रों की खुशी ज्यादा देर तक नहीं चल सकी और जल्द ही यूनिवर्सिटी को अपनी गलती का अहसास हो गया। बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक और ईमेल जारी करके बताया कि उसने गलती से स्कॉलरशिप का संदेश भेज दिया था।
A university in Michigan told 5,500 admitted students that they had won scholarships worth $48,000. About two hours later, it sent the students another email: It was a mistake. It was the second university in the state this month to make such an error. https://t.co/htxzb2n6xx
— The New York Times (@nytimes) January 30, 2022
यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 18 वर्षीय छात्र कार्नेल ने बताया कि स्कॉलरशिप के ईमेल में लिखा था बधाई। आपने कड़ी मेहनत की है और आपको इसका इनाम दिया जाता है। यह ईमेल 4 जनवरी को भेजा गया था।
पढ़ाई के दौरान कुल करीब 36 लाख रुपये दिया जाएगा
उन्हें बताया गया कि स्कॉलरशिप के रूप में उन्हें अगले 4 सालों तक पढ़ाई के दौरान कुल करीब 36 लाख रुपये दिया जाएगा। इस ईमेल को पढ़कर कार्नेल और उनके परिवार वाले खुश हो गए। कार्नेल बड़े होकर एक वकील उनके परिवार वाले खुश हो गए। कार्नेल बड़े होकर एक वकील बनना चाहते हैं।
यह संदेश मिला है, वे इस अवार्ड के हकदार नहीं
यूनिवर्सिटी के इस संदेश से हजारों स्टूडेंट का दिल टूट गया जो लाखों रुपये की स्कॉलरशिप मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। कार्नेल की मां ग्वेन ने कहा, ‘मेरा बेटा बहुत दुखी और निराश था क्योंकि उसने इस स्कॉलरशिप के लिए कड़ी मेहनत की थी। उधर, विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ब्रायन बियर्ले ने कहा कि यह गलती मानवीय गड़बड़ी की वजह से हुई थी। उन्होंने कहा कि जिन छात्रों को यह संदेश मिला है, वे इस अवार्ड के हकदार नहीं हैं।
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