बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के करीब डेढ़ दर्जन कॉलेजों से पिछले तीन साल में स्नातक करने वाली एक भी छात्रा को कन्या उत्थान योजना का लाभ नहीं मिला. सरकार की ओर से छात्राओं की मदद के लिए यह योजना शुरू की गयी, जिसमें स्नातक उत्तीर्ण करने के बाद 25 हजार रुपये मिलते हैं.
अप्रैल 2018 से यह योजना लागू हुई है. पिछले महीने तक मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों के 43 कॉलेजों की 12127 छात्राओं को योजना की राशि मिल चुकी है. एमडीडीएम कॉलेज से स्नातक करने वाली 1841 छात्राओं को लाभ मिला है. वहीं, अधिकतर प्राइवेट कॉलेजों की छात्राओं को लाभ नहीं मिल सका।
सत्र 2018-19 के एक हजार आवेदन विवि में
पेंडिंग योजना के तहत सत्र 2018-19 में स्नातक करने वाली करीब एक हजार छात्राओं का आवेदन विश्वविद्यालय स्तर पर पेंडिंग है, दरअसल, कॉलेज से आवेदन अप्रूव्ड करने के बाद विश्वविद्यालय डीएसडब्ल्यू कार्यालय से सत्यापन किया जाता है. पिछले तीन महीने से डीएसडब्ल्यू कार्यालय का कंप्यूटर खराब है, जिसके चलते आवेदन बेरीफाई नहीं हो रहे. बताया गया कि नये कंप्यूटर की खरीद के लिए अनुमति मिल गयी है.
जल्द व्यवस्था हो जायेगी. सत्र 2020-21 के वेरीफिकेशन के लिए नहीं मिला टीआर सत्र 2020-21 के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है. इसके साथ ही कॉलेजों से अप्रूव्ड करके आवेदन विश्वविद्यालय को फॉरवर्ड भी किये जा रहे हैं. लेकिन अभी उसका वेरीफिकेशन नहीं हो सकेगा. डीएसडब्ल्यू कार्यालय के कर्मियों ने बताया कि कंप्यूटर ठीक होने के बाद भी इस सत्र का वेरीफिकेशन नहीं हो सकेगा. अभी तक परीक्षा विभाग से इस सत्र का टीआर ही उपलब्ध नहीं कराया है।
• इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार से दो लड़कियो ही मान्य होगी. इसके अतिरिक्त परिवार की अन्य बालिका इस योजना की पात्र नहीं होगी.
● आवेदक बालिका का आधार कार्ड से लिंक बैंक में खाता होना आवश्यक है.
• इस योजना के अंतर्गत सिर्फ अविवाहित लड़कियां ही आवेदन कर सकती है.
Telegram Group – Click here
Facebook Group – Click here
Bihar News – Click here