स्टोर रूम में इन्हें रखने के लिए नहीं मिल रही जगह( Future on porch)
• इस लापरवाही के कारण BRA BIHAR UNIVERSITY में चक्कर काटते रहते स्टूडेंट्स CLICK HERE
बिहार विवि के स्नातक के एक लाख छात्र-छात्राओं का भविष्य खुली बोरियों में धूल फांक रहा है,
लेकिन इसकी चिंता न तो विवि कर्मचारियों को है और न ही पदाधिकारियों को ही। स्नातक 2019-22 सत्र के छात्र- छात्राओं का नामांकन के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म भरवाया गया।
छात्रों को भरे गए फॉर्म की रसीद तो दे दी गई, लेकिन उनके दस्तावेज विवि में सुरक्षित रखने के
बजाए उसे बोरियों में ठूंस यूं ही कार्यालय के बरामदे पर रख दिए गए। पिछले कई दिनों से ये
बोरियां कबाड़ की तरह पड़ी हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इसमें स्नातक के छात्र-छात्राओं का
इंटर का माइग्रेशन भी है। खुले में होने के कारण कई छात्र इसे निकाल भी ले जा रहे हैं। शनिवार
को भी एक छात्र इन बोरियों में अपना माइग्रेशन ढूंढ रहे थे। फिलहाल ऐसे कई छात्र हैं, जिनका
रजिस्ट्रेशन फॉर्म जमा होने के बाद भी निबंधन नहीं हुआ है। ऐसे छात्रों के जमा ये दस्तावेज खो जाएं
तो आगे उनका रजिस्ट्रेशन मुश्किल हो जाएगा। बावजूद इसके
विवि इससे बेपरवाह है। बताया जा रहा है, स्टोर रूम में जगह के अभाव में इसे बाहर ही छोड़ दिया गया है।

उन्हें निकाल लेने पर कोई छात्र एक साथ एक समय में दो-दो विश्वविद्यालयों में दाखिला लेकर
पढ़ाई कर सकता है। सीनेटर डॉ. ममता कुमारी ने कहा
कि नियमानुसार, यह गलत है। जिस तरह से यह रखा हुआ है यह छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
रजिस्ट्रेशन बाद कम से कम 3 साल स्टोर में रखना है सुरक्षित रजिस्ट्रेशन फॉर्म के आधार पर छात्रों (Future on porch)
डाटा रजिस्ट्रेशन रजिस्टर में चढ़ाना होता है। इसके बाद भी कम से कम 3 साल तक इसे
सुरक्षित स्टोर में रखना है, ताकि किसी छात्र के रजिस्ट्रेशन में समस्या आए तो उसके भरे हुए फॉर्म के आधार पर समाधान हो सके। हालांकि, रजिस्ट्रेशन के दौरान ही इसे बाहर फेंक दिया गया।
2019 में एडमिशन कराए स्नातक छात्रों के हैं इसमें रिकॉर्ड इन बोरों में 2019-22 सत्र के लिए स्नातक में नामांकन कराए छात्र-छात्राओं के भी रिकॉर्ड हैं। इन छात्रों का कुछ दिन पहले तक रजिस्ट्रेशन हो रहा था। अभी एक भी पार्ट की परीक्षा नहीं हुई है। CLICK HERE
विश्वविद्यालयों विवि से माइग्रेशन निकाल लेने पर एक सत्र में दो विश्वविद्यालयों में लिया जा सकता है
दाखिला जिस तरह से बोरियों में इंटर का माइग्रेशन फेंका है।