डीएलएड सत्र 2019-21 के छात्रों का विद्यालय अनुभव कार्यक्रम (एसइपी) का मूल्यांकन एवरेज मार्किंग के आधार पर होगा. कोरोना काल में स्कूल बंद होने के कारण ये मूल्यांकन का दूसरा चरण पूरा नहीं कर सके हैं, जबकि सत्र पूरा हो चुका है. वहीं, सत्र 2020-22 के छात्रों के लिए कहा गया है कि प्रारंभिक विद्यालयों में कक्षा संचालन की अनुमति राज्य सरकार से मिलने के साथ ही एसइपी-1 को पाठ्यक्रम में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूरा कराया जाये.
सभी डायट, पीटीइसीहै व बीआइटीई के प्राचार्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश
निदेशक शोध एवं प्रशिक्षण विनोदानंद झा ने एसइपी वन व टू को लेकर सभी डायट, पीटीइसीहै व बीआइटीई के प्राचार्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.
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मूल्यांकन को लेकर असमंजस की स्थिति
डीएलएड सत्र 2019-21 व 2020-22 में नामांकित छात्रों को एसइपी पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका है. कोर्स के दौरान छात्रों को शैक्षणिक अनुभव के लिए स्कूल में पढ़ाना होता है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल बंद थे. प्रारंभिक स्कूलों में अभी भी पढ़ाई नहीं हो रही, जबकि सत्र 2019-21 पूरा हो चुका है. ऐसे में मूल्यांकन को लेकर असमंजस की स्थिति थी.
निदेशक के पत्र में कहा गया है कि 2019-21 एसइपी में पाठ्यक्रम के अनुसार बच्चों के सीखने के विकास का अध्ययन व बच्चों के सह शैक्षणिक विकास का अध्ययन, दो ऐसे काम हैं जो बिना विद्यालय गये
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