BRABU : बिहार यूनिवर्सिटी का नया कारनामा, एडमिशन के 12 साल बाद कर दिया छात्रों का रजिस्ट्रेशन, यहां जानें क्या पूरा मामला

BRABU Bihar University : बिहार यूनिवर्सिटी में नया खेल सामने आया है। 65 छात्रों का रजिस्ट्रेशन नामांकन के 12 साल बाद वर्ष 2020-21 के लिए कर दिया है।

मोतिहारी के रवींद्रनाथ मुखर्जी आयुर्वेदिक चिकित्सा कॉलेज के है छात्र

सभी छात्र मोतिहारी के रवींद्रनाथ मुखर्जी आयुर्वेदिक चिकित्सा कॉलेज के हैं। यह मामला तब सामने आया जब कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने सभी छात्रों की परीक्षा लेने के लिए विवि के परीक्षा नियंत्रक का पत्र लिखा ।

वहीं, पत्र मिलने के बाद यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने रजिस्ट्रेशन शाखा को पत्र लिखते हुए पूछा कि इन छात्रों का पंजीयन कैसे कर दिया गया। आयुर्वेदिक कॉलेज के इन सभी छात्रों का दाखिला 2008 में हुआ था, लेकिन कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने से इनका पंजीयन नहीं हुआ था।

कॉलेज भारतीय चिकित्सा परिषद से संबद्ध नहीं

परीक्षा नियंत्रक ने रजिस्ट्रेशन शाखा को लिखे पत्र में कहा है कि आयुर्वेदिक कॉलेज भारतीय चिकित्सा परिषद से वर्ष 2008 से संबद्ध नहीं है।

इसलिए इस कॉलेज के छात्रों का विवि में पंजीयन नहीं हो सकता है। परिषद से संबद्ध नहीं होने के बाद भी कॉलेज ने वर्ष 2008-09 में छात्रों का दाखिला ले लिया, यह नियम के खिलाफ है।

परीक्षा नियंत्रक ने इस मामले में रजिस्ट्रेशन सेक्शन को आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया

तीन वर्ष तक परीक्षा नहीं हो तो रद्द माना है है कि अगर दाखिले के तीन वर्ष तक किसी जाता है दाखिला – विधि का नियम है। की कोई भी नहीं होती है तो उनका दाखिला स्वतः निरस्त हो जाता है। परीक्षा विभाग के पत्र से भी ।

इसकी पुष्टि होती है। परीक्षा विभाग ने अपने पत्र में लिखा है कि जब छात्रों का दाखिला ही वर्ष 2011 में निरस्त कर दिया गया तो उनका रजिस्ट्रेशन किस तरह किया गया। परीक्षा नियंत्रक ने इस मामले में रजिस्ट्रेशन सेक्शन को आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

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यूनिवर्सिटी हमेशा होता है खेल

यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन में हमेशा से खेल किया जाता है। वर्ष 2019-22 में असंबद्ध कॉलेजों के 18 हजार छात्रों का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया था। इन छात्रों का पार्ट-1 की परीक्षा फॉर्म भी भरा दिया गया।

मामले सामने आने पर तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक ने इसकी जांच कराई और फिर इन कॉलेजों के नाम को पोर्टल से हटा दिया गया। इसके बाद हाल में ही कॉमर्स विभाग में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी ने कुछ छात्रों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे ले लिये और उन्हें गलत रजिस्ट्रेशन नंबर दे दिया। मामला में संबंधित कर्मी पर कार्रवाई हुई।

यूनिवर्सिटी के कुलपति ने कहा

मामले की जांच कराई जाएगी। रजिस्ट्रेशन कैसे हो गया इसके बारे में संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछा जाएगा। जो नियम संगत होगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। (प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय कुलपति, बीआरएबीयू)

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