BRABU: बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी में वर्ष 2015 के छात्रों का रजिस्ट्रेशन नंबर छह वर्ष बाद भी फाइलों में नहीं चढ़ायी गई है। इससे छात्रों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट नहीं मिल रहा है। जरूरतमंद छात्र विवि के चक्कर काट रहे हैं। छात्रों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिलने से उन्हें माइग्रेशन सर्टिफिकेट नहीं मिल रहा है।
इससे उनका दाखिला दूसरे विवि में नहीं हो पा रहा है। कुछ छात्रों ने इस बारे में रजिस्ट्रार और परीक्षा नियंत्रक से भी मुलाकात कर समस्याएं रखीं, पर कोई हल नहीं निकला है। वर्ष 2015 में बिहार विवि में करीब डेढ़ लाख छात्रों ने दखिला लिया था। लेकिन इन नामांकित छात्रों के रजिस्ट्रेशन को कोई समेकित रिकार्ड अभी यूनिवर्सिटी प्रशासन को नहीं मिल रहा है।
माइग्रेशन सर्टिफिकेट न मिलने के कारण दाखिला फंस रहा
बिहार यूनिवर्सिटी के छात्र रवि कुमार ने बताया कि उसे बंगाल के एक बीएड कालेज में दाखिला लेना है। उसे माइग्रेशन सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा। यूनिवर्सिटी के एक अन्य छात्र रोहित ने बताया कि उसने दिल्ली के एक संस्थान में वोकेशनल कोर्स में दाखिला लिया है। दाखिले के सभी प्रक्रिया पूरी हो गयी है लेकिन माइग्रेशन सर्टिफिकेट न मिलने के कारण दाखिला फंस रहा है। विवि में रजिस्ट्रेशन रिकार्ड न मिलने से माइग्रेशन सर्टिफिकेट अटका है।
बिहार यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रेशन में भी फर्जीवाड़ा:
वर्ष 2015 में छात्रों के रजिस्ट्रेशन में बड़े पैमाने पर खेल की बात भी सामने आ रही है। यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने बताया कि चार-पांच कालेजों के छात्रों के रजिस्ट्रेशन सीरियल में भी गड़बड़ी मिल रही है। ये सभी प्राइवेट कालेज के हैं। छात्र जो रजिस्ट्रेशन नंबर लेकर आ रहे हैं उसका सीरियल नंबर किसी और के कॉलेज के नाम पर चढ़ा हुआ है। आशंका है कि प्राइवेट कालेजों ने बिना विवि से रजिस्ट्रेशन कराये खुद से ही छात्रों को फर्जी नंबर जारी कर दिया। अब छात्र उसी नंबर को लेकर विवि पहुंच रहे हैं।
यूनिवर्सिटी मे बोरियों में फेंके मिले थे रजिस्ट्रेशन स्लिप :
यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन में पुराने रजिस्ट्रेशन स्लिप बोरियों में भरकर फेंके गये थे। तब यूनिवर्सिटी का कहना था कि इन्हें रखने की जगह नहीं है। इसके लिए स्टोर में जगह बनायी जा रही है। उसमें तीन सत्र के छात्रों के रजिस्ट्रेशन स्लिप थे। यूनिवर्सिटी की लापरवाही से इसे चूहे भी कुतर सकते थे। कई के रजिस्ट्रेशन पेपर बाहर गैलरी में फेंके मिले थे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार ने बताया
वर्ष 2015 के छात्रों के रजिस्ट्रेशन को फाइल पर चढ़ाया जा रहा है। इसकी पंचिंग अभी की जा रही है। जल्द ही यह काम पूरा हो जायेगा। इसके बाद छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
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