BPSC Paper Leak : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले का आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने रविवार को खुलासा कर दिया। मामले में चार और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। ईओयू की टीम ने राजधानी पटना में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों में वैशाली के देसरी स्थित हाई स्कूल का शिक्षक कृष्ण मोहन सिंह शामिल है।
कंट्रोल रूम से नकद 2.92 लाख रुपये व कंप्यूटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त
ईओयू के खुलासे के अनुसार अनुसंधान एवं कार्रवाई के क्रम में पटना के लोहानीपुर में पेपर लीक को अंजाम देने के लिए अवैध रूप से संचालित एक कंट्रोल रूम पर छापेमारी की गई। कंट्रोल रूम से नकद 2.92 लाख रुपये व कंप्यूटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया गया। इस मामले में गत 8 मई को पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर ईओयू की साइबर सेल द्वारा जांच की जा रही थी।
14 सदस्यीय विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया
ईओयू के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) की देखरेख में पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में 14 सदस्यीय विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। ईओयू ने इस संबंध में 09 मई को आर्थिक अपराध कांड संख्या- 20/2022 दर्ज किया था।
अनुसंधान के क्रम में एसआईटी द्वारा कई तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता भी ली गई, जिसमें साइबर फॉरेसिंक विशेषज्ञ, विशेष निगरानी इकाई के पदाधिकारी एवं आर्थिक अपराध इकाई के विशेषज्ञ पदाधिकारी शामिल थे।
दोपहर 12 बजे से पहले ही प्रश्नपत्र आया गया था
बता दें कि बीपीएससी की प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा होने से पहले ही सेट ‘सी’ का प्रश्नपत्र लीक हो गया था। कई लोगों के मोबाइल यह परीक्षा शुरू होने के तय समय दोपहर 12 बजे से पहले ही प्रश्नपत्र आया गया था।
एडीजी नैयर हसनैन खां ने एसआईटी का गठन किया
पूरे प्रकरण की शुरुआती जांच के बाद बीपीएससी ने परीक्षा को रद्द कर दिया। आयोग की ओर से प्रश्नपत्र लीक की जांच कराने का अनुरोध डीजीपी से किया गया था, जिसके बाद ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खां ने एसआईटी का गठन किया।
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