बिहार विवि में सक्रिय दलालों पर कार्रवाई को एक्शन में आए वीसी, निकलवाए सीसीटीवी फुटेज
प्रॉविजनल सर्टिफिकेट बनवाने आए छात्र की पिटाई की घटना के बाद सक्रिय दलालों पर कार्रवाई को लेकर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन मंगलवार को एक्शन में आया। कुलपति डॉ. हनुमान प्रसाद पांडेय ने विवि के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई और छात्र की पिटाई करनेवाले दलालों की पहचान कर कार्रवाई का निर्देश दिया।
उसके बाद कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर ने करीब 2 घंटे तक सीसीटीवी खंगलवाया। कार्यालय की पहली मंजिल पर मारपीट करनेवाले दलाल व पीड़ित छात्र का सीसीटीवी फुटेज निकलवाया गया है। ग्राउंड फ्लोर पर हुई पिटाई की घटना के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। कुलसचिव बोले- सबूत जुटा प्रॉक्टर विवि में तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस को उपलब्ध कराएंगे।
बार-बार आवेदन के बाद प्रॉविजनल नहीं मिलने पर सोमवार को सीतामढ़ी से आए दो छात्र दलालों के चक्कर में फंस गए। दलाल ने रुपए लिए। जब छात्र इसका फोटो लेने लगा तो पिटाई कर दी। दैनिक भास्कर ने मंगलवार को इस खबर 1. को प्रमुखता से प्रकाशित किया। उसके बाद वीसी ने बैठक बुलाई।
पदाधिकारियों से कहा- ऐसी व्यवस्था करें कि रिजल्ट पेंडिंग न हो। अंक पत्र, प्रॉविजनल, डिग्री के लिए भी छात्रों को कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़े। उन्होंने कहा कि परीक्षा के बाद छात्रों को सर्टिफिकेट मिल जाएंगे तो अधिकतर समस्याएं स्वयं खत्म हो जाएगी। दाखिला, परीक्षा, रिजल्ट तक पूरी प्रक्रिया कम्प्यूटराइज्ड की जा रही है। बैठक में सीसीडीसी डॉ. अमिता शर्मा, इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज आर्ट्स डॉ. प्रमोद कुमार आदि मौजूद थे।
अंकपत्र के साथ प्रॉविजनल देने का भी दिया निर्देश कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को निर्देश दिया कि स्नातक फाइनल ईयर के छात्रों को किसी हाल में मार्क्स के साथ ही प्रॉविजनल सर्टिफिकेट दें। मार्क्स एवं सर्टिफिकेट कॉलेजों को भेजे जाएंगे।
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इसके लिए छात्रों को विवि नहीं आना पड़ेगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि 2017 व 2018 के यूजी फाइनल ईयर के डेढ़ लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के ऑरिजनल सर्टिफिकेट भी जल्द ही एक साथ कॉलेजों को भेज दिए जाएंगे। ऐसी व्यवस्था होगी कि जिस तरह रिजल्ट के बाद अंक पत्र दिए जाते हैं, उसी तरह बिना आवेदन के सर्टिफिकेट भी मिल जाए।
प्रॉक्टर बोले- पेंडिंग समस्या समझने व सुलझाने को कर्मियों संग बैठक होगी
प्रॉक्टर डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि पेंडिंग समस्या समझने व सुलझाने के लिए कर्मचारियों की भी बैठक होगी। इसी वजह से कैंपस में कई छात्रों को आना पड़ता है। ऑनलाइन आवेदन के साथ समय पर काम हो जाएगा तो छात्र क्यों आएंगे? इस दिशा में जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन की रिपोर्ट की जाएगी अपडेट
डिग्री या अन्य सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन और निष्पादन कितना हुआ। इसकी रिपोर्ट राजभवन के पोर्टल पर हर सप्ताह अपडेट करनी है। लेकिन, पिछले साल 24 नवंबर के बाद से ही यह अपडेट नहीं हुआ। कुलपति ने कि राजभवन भी इसे लेकर सख्त है। इसे अपडेट कराया जाएगा। इसमें फिलहाल 4000 से अधिक आवेदन पेंडिंग दिख रहा है। click here