बीआरए बिहार विवि के एक हजार छात्रों का दाखिला जांच में फंस गया है। पीजी की तीसरी मेधा सूची की जांच कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय ने दी है, लेकिन हफ्ते भर बाद भी जांच शुरू नहीं हो सकी है। जांच टीम प्रोवीसी प्रो. रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में बनायी गयी है।
इस जांच के बाद भी बिहार विवि में पीजी की तीसरी मेधा सूची जारी की जाएगी। विवि के पीजी विभागों में नामांकन के लिए तीसरी मेधा सूची सात अगस्त को ही जारी कर दी गयी थी। नौ अगस्त से दाखिला शुरू होना था, लेकिन इसी बीच कुलपति ने निर्देश दिया कि सूची तभी जारी होगी जब जांच में सब पाक साफ होगा।
पीजी एडमिशन
• मेधा सूची की जांच नहीं हो सकी शुरू, इसके बाद होना है नामांकन
• वीसी ने जांच को बनाई थी कमेटी अधिकारी अब तक कर रहे मंथन
एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी कमेटी ने जांच
उधर, पीजी की तीसरी मेधा सूची किस बिंदू पर हो इस पर कमेटी अब तक मंथन ही कर रह ही है। जांच टीम आठ अगस्त को ही बना दी गयी थी, लेकिन एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी कमेटी ने जांच में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया है।
नामांकन लेने वाले छात्रों की कक्षाएं शुरू नहीं
पीजी की पहली और दूसरी मेरिट लिस्ट के आधार पर जिन छात्रों ने दाखिला ले लिया है, अब तक उनकी भी कक्षाएं शुरू नहीं हुई है। विवि ने पहले कहा था कि 16 अगस्त से इन छात्रों की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। लेकिन, तीसरी मेधा सूची फंस जाने के बाद इनकी कक्षाएं भी अटक गयी है। हालांकि, बिहार विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो अभय कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही पीजी की छात्रों की कक्षाएं शुरू हो जाएगी। कुलपति से इस पर आदेश ले लिया जाएगा।
जांच के लिए अभी कोई दस्तावेज नहीं मिले
जांच न होने और मेधा सूची जारी नहीं होने से छात्र परेशान हैं। वहीं, छात्रों का कहना है कि पहले ही पीजी का सत्र एक वर्ष लेट है। मेधा सूची पर जल्दी फैसला नहीं लिया गया और नामांकन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो सत्र और देर हो जाएगी। उधर, जांच कमेटी के कुछ सदस्यों ने बताया कि जांच के लिए अभी कोई दस्तावेज नहीं मिले है।
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