बिहार बोर्ड : इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के दौरान कदाचार या नकल किया तो परीक्षार्थी का पूरा
साल बाद हो जायेगा। एक बार चिट, पुस्तक या गाइड मिलने पर परीक्षार्थी को निष्कासित कर दिया
जायेगा। फिर परीक्षा में शामिल नहीं होने दियाजावेगा।इसकी सूचना बिहार बोर्ड ने सभी स्कूल और
कॉलेजों को दी है। परीक्षा के दौरान केंद्र पर निष्कासित छात्रों की सूचना मोबाइलएप पर अपडेट कर बोर्ड
को भेजी जाएगी। पूरी परीक्षा अवधि में जितने भी छात्र निष्कासित होने. उनकी सूची स्कूलों हारा संबंधित
डीईओ को भेजी जाएगी। डीईओ द्वारा बोर्ड सचिव और परीक्षा नियंत्रककोई मेल और मोबाइल एप के
माध्यम से सूचना दी जाएगी।
ज्ञात हो कि अभी तक निष्कासित छात्रों को सूची बोर्ड द्वारा फोन पर ली जाती थी, लेकिन अब हर दिन
निष्कासित छात्रों की सूची तैयार हो जाएगी। बोर्ड की मानें तो जिन छात्र के पासचिट-पूजें मिलेंगे उस पर
परीक्षार्थी का रोल कोड और रोल नंबर लिखा जायेगा। इसके अलावा निष्कासित करने चाले पदाधिकारी
का नाम और हस्ताक्षर भी देना होगा। बिहार बोर्ड ने उत्तर देने की प्रक्रिया सभी केंद्रों पर भेज दी है। बिना
प्रायोगिक परीक्षा वाले विषय के लिए एक घंटा और प्रायोगिक परीक्षावाले विषय के बस्तुनिष्ठ प्रश्न के उत्तर
के लिए 45 मिनट का समय मिलेगा। पहले एक घंटे में वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर देना है। यह नियम प्रथम
और द्वितीय पाली में भी लागू होगा।
केंद्राधीक्षक, मजिस्ट्रेट के अनुशंसा पर परीक्षा होगी रद्द :
केद्र पर केद्राधीक्षक, मजिस्ट्रेट, उड़नदस्ता या जिला एवं सत्र न्यायालय की अनुशंसा पर परीक्षा रद की
जाएगी। बोर्ड की माने तो परीक्षार्थियों के किसी
प्रकार के कदाचार में लिप्त पाए जाने पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के तहत कार्रवाई की
जाएगी। इंटर व मैट्रिक परीक्षा से निष्कासित छात्र दुबारा नहीं होंगे शामिल
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