कोरोना महामारी के कारण बीते तकरीबन डेढ़ साल से बना निराशा का माहौल अब छंटने लगा है। भर्ती परीक्षाओं का दौर शुरू होने के साथ भविष्य को लेकर परेशान युवाओं में नौकरी की आस जगी है। अगले दो सप्ताह में पांच भर्ती परीक्षाएं होने जा रही हैं।
रेलवे में नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए स्थगित सातवें चरण की परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो गई, जो 31 जुलाई तक चलेगी। आरआरबी प्रयागराज के अधीन 41 हजार परीक्षार्थी कम्प्यूटर आधारित परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
इसी तरह लॉकडाउन के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पहली भर्ती परीक्षा 25 जुलाई को होगी। यूनानी चिकित्साधिकारी (स्क्रीनिंग) परीक्षा 2018 के 25 पदों के लिए 2053 अभ्यर्थी लखनऊ कैंप कार्यालय में परीक्षा देंगे।
26 जुलाई को कर्मचारी चयन आयोग की दिल्ली पुलिस, सीएपीएफ एसआई और सीआईएसएफ में एएसआई भर्ती 2019 पेपर-2 ऑनलाइन माध्यम से होगी। खास बात यह कि लॉकडाउन के बाद एसएससी की यह पहली परीक्षा है। मध्य क्षेत्र से इस परीक्षा में शामिल हो रहे 1137 अभ्यर्थियों के लिए 8 केंद्र बनाए गए हैं।
इसके बाद एक अगस्त को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 होगी। प्रयागराज, गाजियाबाद और लखनऊ के परीक्षा केंद्रों पर 564 पदों की भर्ती के लिए होने जा रही परीक्षा में 73470 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।
उत्तर प्रदेश के 4500 से अधिक अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 12603 पदों पर चयन के लिए 7 और 8 अगस्त को सभी 75 जिलों में लिखित परीक्षा होगी। इसके लिए सात लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
वहीं 17 व 18 अगस्त को प्रवक्ता (पीजीटी) के 2595 पदों पर भर्ती के लिए होने जा रही परीक्षा में पौने पांच लाख अभ्यर्थी सम्मिलित होंगे। कोरोना के कारण ही टीजीटी-पीजीटी भी टालनी पड़ी थी।
कोरोना ने बढ़ाया नौकरी का इंतजार
कोरोना के कारण नौकरी का इंतजार बढ़ गया है। भर्ती परीक्षाएं टलने के कारण बड़ी संख्या में युवा अवसाद में हैं। कोरोना के असर का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि प्रवक्ता राजकीय डिग्री कॉलेज की जो परीक्षा 17 अप्रैल 2021 को होनी थी, उसे लोक सेवा आयोग ने अब एक साल बाद 3 अप्रैल 2022 को कराने का निर्णय लिया है। ऐसे ही अन्य भर्ती परीक्षाएं भी प्रभावित हुई हैं।
स्थिति सामान्य होने पर कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने जून के दूसरे सप्ताह में ठप भर्ती शुरू करने के लिए अभियान चलाया था। खत्म करो इंतजार के तहत लंबित भर्ती और युवाओं की परेशानी छापी थी।
इनका कहना है
कोरोना के कारण युवा पहले से अवसाद में है। भर्ती परीक्षाओं का दौर शुरू होना सुखद है। उम्मीद करते हैं कि भर्ती संस्थाएं पारदर्शी तरीके से चयन प्रक्रिया पूरा करेंगी ताकि योग्य युवाओं को अवसर मिल सके।
अवनीश पांडेय, अध्यक्ष प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति
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