साइंस में 65 तो आर्ट्स में 55 अंक तक भरने वाले छात्रों के आवेदन मान्य किए गए हैं। वहीं, इससे अधिक भरने वाले सभी छात्रों के आवेदन जांच के घेरे में हैं। बुधवार को पीजी नामांकन को लेकर ऑनलाइन भरे गए फॉर्म की स्कूटनी इसी आधार पर होती रही।
बीआरए बिहार विवि में पीजी नामांकन में स्नातक के
विषयों में अंक भरने में कई तरह की गड़बड़ी की गई है। जिस विषय में जो पूर्णाक हैं वहीं प्राप्तांक के रूप में कई छात्रों ने आवेदन में भरा है। कट ऑफ अधिक जाने पर जब इसका खुलासा हुआ तो जांच शुरू हुई।
![पीजी नामांकन के लिए आए ऑनलाइन आवेदनों की जांच जारी साइंस में 65, आर्ट्स में 55 अंक के आवेदन मान्य 1 FB IMG 1581586960630 1](https://zeebihar.com/wp-content/uploads/2021/05/FB_IMG_1581586960630-1.jpg)
हाल यह कि पीजी में नामांकन को लेकर भरे गए 17756 आवेदन में छह हजार से अधिक में इस तरह की गड़बड़ी सामने आयी है। यूएमआईएस कोऑर्डिनेटर प्रो. ललन झा ने कहा कि गुरुवार तक आवेदनों की स्क्रूटनी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। साइंस में 65 अंक तक देने वाले आवेदन और आर्ट्स में 55 अंक तक भरने वाले आवेदन को मान्य मान कर उनकी जांच नहीं की गई है। इससे ऊपर अंक भरने वाले आवेदनों की जांचकी जा रही है।
अपलोड करने और प्राप्तांक में अंतर को सुधारा गया
प्रो. झा ने कहा कि ऐसे छात्र जिनके अपलोड किए और अन्य जगह के मार्क्स के प्राप्तांक में अंतर हैं तो इसे देख कर सुधार कर दिया जा रहा है, लेकिन जिनका अंक समान ही भरा गया है, उनका आवेदन रद्द किया जा रहा है। दो हजार से अधिक आवेदन रद्द होने की संभावना है। बाकी स्तर पर भी स्क्रूटनी की जा रही है। पहले 100 फीसदी अंक भरने वाले, उसके बाद 90% वाले की जांच की जा रही है।
सात जुलाई तक मिलेगा नामांकन का समय
प्रो. झा ने बताया कि मेरिट लिस्ट शनिवार देर शाम तक जारी कर दी जाएगी। नामांकन का भी शिड्यूल बना लिया गया है। कुलपति के पास इसे भेजा जा रहा है। 28 जून से पीजी में नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है जो सात जुलाई तक चलेगी।
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