सोमवार यानी 12 जुलाई से बिहार के सभी विश्वविद्यालय, सभी प्रकार के कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान एवं 11वीं व बारहवीं के विद्यालय खुल जायेंगे। राज्य सरकार के आयोगों द्वारा नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ किया जाएगा। पहली से दसवीं तक के स्कूल, कोचिंग संस्थान, ट्रेनिंग एवं शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। विद्यालय एवं विश्वविद्यालयों द्वारा किसी भी तरह की परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। वयस्क छात्र-छात्राओं व शिक्षकों का टीकारकण सुनिश्चित करना होगा। आनलाइन माध्यम से शिक्षण की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इसको लेकर मंगलवार को विस्तृत दिशा -निर्देश सभी कुलपति, डीएम व जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जारी किए। कहा है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 5 जुलाई को हुई बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक 10वीं से ऊपर के सभी विद्यालय व शिक्षण संस्थान कुल छात्र संख्या की 50 फीसदी उपस्थिति के साथ खुलेंगे।
पहली से दसवीं तक के स्कूल तो फिलहाल बंद ही रहेंगे लेकिन उनके शिक्षक व कर्मी अपनी संख्या के 50 फीसदी आ सकेंगे। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि 12 जुलाई से संचालन के पूर्व सभी संस्थान व स्कूलों के कैम्पस एवं सभी भवनों की कक्षाओं, फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, भंडारकक्ष, पानी टंकी, किचेन, वाशरूम, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि की साफ-सफाई कराई जाएगी। इन सबको विसंक्रमित करना सुनिश्चित किया जाएगा। रोज इन सबको सेनेटाइज करने की व्यवस्था की जाएगी। सफाई कार्य में विद्यार्थियों को नहीं लगाने का निर्देश दिया गया है।
गाइडलाइन के अनुसार कक्षाओं में विद्यार्थी के बीच कम से कम छह फीट की दूरी होगी। इसी दूरी के साथ बैठने की व्यवस्था की जाएगी। स्टाफ रूम, कार्यालय कक्ष, आगत कक्ष में भी यह दूरी रखनी होगी। संस्थान व स्कूल के सभी गेट आगमन व प्रस्थान के समय खोलकर रखने होंगे। आने-जाने के लिए अलग-अलग गेट चिन्हित किये जायेंगे।
वैसे शैक्षणिक संस्थान या विद्यालय जहां नामांकन अधिक हैं, दो पालियों में संचालित किये जायेंगे। विद्यालय समारोह, त्योहार आदि के आयोजन से बचेंगे। विद्यालय एसेम्बली कक्षाओं में ही वर्ग शिक्षक की देख-रेख में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए होंगी। अभिभावक-शिक्षक बैठक वर्चुअल करने का निर्देश दिया गया है।
अकादमिक कैलेंडर को योजनाबद्ध करें
निर्देश में कहा गया है कि विद्यालय खुलने के पूर्व सभी विद्यार्थियों को पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। अधिकतम उपस्थिति के लिए पुरस्कार की योजना को हतोत्साहित करना होगा। अकादमिक कैलेंडर को सभी कक्षाओं से संबंधित परीक्षा के लिए योजनाबद्ध किया जाय। संस्थान, विद्यालय या उसके नजदीक नर्स, डॉक्टर, काउंसिलर की उपलब्धता सुनिश्चत करें। विद्यार्थियों के नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था करनी होगी।
हाथ साफ करने के लिए पानी व साबुन की व्यवस्था करनी होगी। सभी विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मी नियमित रूप से फेस कवर व मास्क पहनेंगे। स्कूलों में बाहर का खाना वर्जित रहेगा, बच्चे घर का खाना ही ले जायेंगे। स्कूल बसों को दो बार सेनेटाइज करना होगा। आकस्मिक सुरक्षात्मक तैयारी के लिए टास्क फोर्स का गठन करना होगा।
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