गर्व : बिहार के शुभम बने UPSC टॉपर, 20 साल बाद फिर बिहार का लाल बना UPSC टॉपर

बिहार के कटिहार निवासी शुभम कुमार ने देश की प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज परीक्षा (यूपीएससी) 2020 में शीर्ष स्थान हासिल किया है। शुभम ने इसके पहले वर्ष 2019 की परीक्षा में 290वीं रैंक हासिल की थी। वहीं, जमुई के चकाई निवासी प्रवीण को सातवीं रैंक मिली है, जबकि समस्तीपुर के सत्यम गांधी को 10वीं रैंक मिली है। इस तरह टॉप 10 में तीन बिहारी छात्र शामिल हैं। इसके अलावा सारण के मशरक निवासी आशीष कुमार मिश्रा ने 52वीं रैंक हासिल की।

शुक्रवार को यूपीएससी द्वारा जारी परिणाम

शुक्रवार को यूपीएससी द्वारा जारी परिणाम के मुताबिक जागृति अवस्थी और अंकिता जैन ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया टॉपर शुभम कुमार ने आईआईटी मुंबई से पढ़ाई की है। वे कटिहार के कदवा प्रखंड के कुम्हरी गांव के रहने वाले हैं। इनके अलावा बिहार के कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है।

वहीं, आईआईटी कानपुर से पासआउट जमुई के प्रवीण कुमार 2018 में भारतीय रेल सेवा के लिए चुने गए थे। अभी वड़ोदरा में उनकी ट्रेनिंग चल रही है। प्रवीण के पिता सीताराम वर्णवाल दवा की दुकान चलाते हैं। प्रवीण ने जसीडीह के रामकृष्ण मिशन से प्रारंभिक शिक्षा हासिल की है।

आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग

मैट्रिक व इंटर सीबीएसई से करने के बाद आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की सिविल सेवा में दूसरे प्रयास में सफलता मिली है। इससे पहले वर्ष 2000 में आलोक झा टॉपर बने थे वहीं, 1997 में गया के सुनील बरनवाल ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया था। 1987 में आमिर सुबहानी टॉप किये थे, जो अभी बिहार के विकास आयुक्त हैं। अभी तक बिहार के चार मेधावियों ने यूपीएससी में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

जमुई के प्रवीण को मिली 7वीं रैंक

जमुई यूपीएससी में सातवीं रैंक लाने वाले जमुई जिले के चकाई के रहने वाले प्रवीण कुमार ने हिन्दुस्तान से कहा कि समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहता था। जमीनी स्तर पर जाकर बेहतर काम करने के लिए आईएएस बनने की ख्वाहिश थी। यही वजह रही कि सिविल सेवा में आने के लिए मेहनत की किस्मत अच्छी रही कि रैंकिंग भी शानदार आ गयी संतुष्टि है कि मेहनत को किस्मत का साथ मिला।

समस्तीपुर के सत्यम को मिला 10वां स्थान

पूसा समस्तीपुर के पूसा के सत्यम गांधी ने यूपीएसपी में 10वीं रैंक लाकर देशभर में नाम रोशन कर दिया पूसा के दिघरा के सत्यम को यूपीएससी में 10वीं रैंक मिली है। सत्यम की सफलता पर परिवार और गांव के लोग गौरवांवित हैं। रिजल्ट की सूचना के बाद ग्रामीण उनके घर पर पहुंच परिवार के लोगों को बधाई दे रहे हैं। सत्यम के पिता अखिलेश कुमार डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि में वरीय तकनीकी सहायक है।

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