बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी मे पीजी प्राचीन इतिहास में 17 वर्षों से शिक्षक नहीं

BRABU

बीआरए बिहार विवि में पीजी प्राचीन इतिहास में दाखिला लेने वाले छात्रों को आधुनिक व मध्यकालीन इतिहास के शिक्षक पढ़ा रहे हैं। पिछले 17 वर्ष से बिहार विवि में प्राचीन इतिहास पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है। इस विषय के अंतिम शिक्षक डॉ. राधे श्याम शर्मा थे जो आरडीएस कॉलेज में तैनात थे। जनवरी 2004 में उनके रिटायर होने के बाद इस विषय में किसी की शिक्षक की बहाली नहीं हुई है।

पीजी इतिहास विभाग के साथ टैग

पीजी इतिहास विभाग के शिक्षकों ने बताया कि पहले प्राचीन इतिहास विभाग आरडीएस कॉलेज में था। कक्षाएं भी वहीं चलती थीं। दो वर्ष पहले वर्ष 2019 में इस विभाग को पीजी इतिहास विभाग के साथ टैग कर दिया गया। लेकिन, इस विषय के शिक्षक की बहाली अब तक विभाग में नहीं हुई। बताया कि पहले प्राचीन इतिहास के एक शिक्षक पीजी विभाग में थे। अभी वह दो-दो कॉलेज के प्राचार्य हैं। इसलिए इस विषय की पढ़ाई नहीं हो पा रही है।

पढ़ाई में पेरशानी होती है

बताया कि प्राचीन इतिहास में हर वर्ष 40 से 50 छात्र दाखिला होता है। इन छात्रों को प्राचीन इतिहास व पुरातत्व की डिग्री दी जाती है। इस वर्ष अब तक 25 छात्रों का दाखिला लिया है। तीसरी मेधा सूची के बाद इस विषय में छात्रों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजीत कुमार ने बताया कि शिक्षक की कमी से पढ़ाई में पेरशानी होती है। मामले में विवि के वरीय अधिकारियों से विचार विमर्श किया गया है।

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