बिहार यूनिवर्सिटी में नकल रोकने के लिए आया नया सॉफ्टवेयर, इसी सत्र से इसे लागू कर दिया जायेगा

BRABU EXAM NEW SOFTWARE : बिहार यूनिवर्सिटी में पीएचडी में नकल रोकने के लिए शोध गंगा सॉफ्टेयर आ गया है। इसी सत्र से इसे लागू कर दिया जायेगा। शोध गंगा सॉफ्टवेयर का लाइसेंस लेने के लिए बिहार यूनिवर्सिटी कई दिनों से प्रयास कर रहा था। यूजीसी ने शोध में नकल को रोकने के लिए इस सॉफ्टवेयर को अनिवार्य कर दिया है।

गंगा सॉफ्टवेयर से जांच कराये कोई भी थीसिस पास नहीं

अब तक यूनिवर्सिटी में जितने भी रिसर्च हुए, वह बिना जांच के ही पास हुए हैं। यूजीसी के वर्ष 2016 रेगुलेशन के तहत बिना शोध गंगा सॉफ्टवेयर से जांच कराये कोई भी थीसिस पास नहीं की जा सकती है।

लीगल ओपिनियन में सहमति मिली तो रिजल्ट होगा जारी

BRABU EXAM NEW SOFTWARE यूनिवर्सिटी ने गत वर्ष पैट 2020 लिया था। 1414 सीटों के लिए टेस्ट हुआ, लेकिन रिजल्ट के बाद गड़बड़ी को लेकर जांच कमेटी गठित होने से रिजल्ट रुक गया था। इसमें संशोधन के बाद अब यह जारी होना है। इसमें 189 अनुत्तीर्ण को भी उत्तीर्ण किया गया है, लेकिन साढ़े 5 माह बाद जारी होने की उम्मीद फिर धंधली होती दिख रही है।

पैट परीक्षा के लिए 4331 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था। पहले रिजल्ट में 868 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। इसके रिजल्ट में देरी होने पर पेट 2021 का भी शीघ्र आयोजन का निर्णय अटक सकता है।

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