Infosys Techie : इंफोसिस (Infosys) के एक कर्मचारी से 3.7 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। ठगों ने टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) और मुंबई पुलिस के अधिकारी बनकर इसे अंजाम दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंफोसिस के बेंगलुरु निवासी सीनियर एग्जीक्यूटिव के साथ यह घटना हुई है। ठगी का पता चलने पर उन्होंने 25 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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उन्होंने पुलिस को बताया कि जालसाजों में से एक ने उन्हें 21 नवंबर को फोन किया और कहा कि उनके खिलाफ मुंबई के एक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ है।
48 घंटों में उन्हें विभिन्न बैंक खातों में 3.7 करोड़ रुपये भेजने को कहा :
कर्मचारी के आधार कार्ड डिटेल्स के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद ठगों ने अगले 48 घंटों में उन्हें विभिन्न बैंक खातों में 3.7 करोड़ रुपये भेजने को कहा।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फोन करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि शिकायतकर्ता के नाम पर रजिस्टर्ड एक सिम कार्ड का इस्तेमाल अवैध विज्ञापन पोस्ट करने के लिए किया गया है।
जब शिकायतकर्ता ने जालसाज को बताया कि फोन नंबर उसका नहीं है, तो उसे बताया गया कि नंबर उसके आधार कार्ड डिटेल्स का इस्तेमाल करके लिया गया है।
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फिर फर्जी मुंबई पुलिस अधिकारी से कराई बात
रिपोर्ट के अनुसार कॉल को बाद में एक ऐसे व्यक्ति को ट्रांसफर किया गया, जिसने खुद को मुंबई पुलिस में एक वरिष्ठ अधिकारी बताया। उसने इंफोसिस कर्मचारी से कहा कि उसे, उनसे और मुंबई और दिल्ली में सीबीआई से मिलने आना होगा। उसने धमकी भी दी कि अगर ऐसा नहीं किया तो कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इसके बाद शिकायतकर्ता को एक वीडियो कॉल अटेंड करने को कहा गया। वीडियो कॉल में उसने एक पुलिस स्टेशन और कुछ लोगों को पुलिस की वर्दी में देखा। उन लोगों ने कॉल पर अपने आईडी कार्ड और शिकायतकर्ता के खिलाफ कथित शिकायत की एक कॉपी भी शो की। ये सभी फर्जी थे।
इसके बाद कर्मचारी को गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसे भेजने को कहा गया। साथ ही यह भी कहा गया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसके बैंक खाते के ऑडिट के बाद पैसे वापस मिल जाएंगे। इसके बाद इंफोसिस कर्मचारी ने 21-23 नवंबर के बीच पैसे बताए गए अकाउंट्स में भेज दिए।
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