सरकारी ITI के प्रशिक्षणार्थियों को एनसीवीटी से मिलेगा प्रमाण पत्र

    राज्य के सभी 149 आईटीआई को एनसीवीटी (NCVT) से संबद्धता मिल गई है। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी प्रशिक्षणार्थियों को एनसीवीटी से प्रमाण पत्र मिलेगा। इससे देश और विदेश में रोजगार पाने में आसानी से होगी।

    श्रम संसाधन विभाग की ओर से इस संबंध में एनसीवीटी को आवेदन दिए गए थे। एनसीवीटी ने विभाग को मान्यता देने संबंधी पत्र भेज दिया है।

    तैयारी श्रम संसाधन विभाग के अनुरोध पर एनसीवीटी ने दी मान्यता, पहले 45 आईटीआई को ही थी मान्यता

    उपकरण के लिए 30 करोड़

    श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार ने बताया कि 2019-20 तक राज्य के मात्र 45 आईटीआई को NCVT से संबद्ध किया जा सका है। इस कारण राज्य के कुल 26904 छात्र-छात्राओं में से 12 हजार को ही एनसीवीटी से प्रमाण पत्र मिलता था।

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    शेष 14904 को NCVT (राज्य काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग) से प्रमाण पत्र मिलता था। श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने एनसीवीटी से मान्यता के लिए केंद्र को पत्र भेजा था। आईटीआई में आवश्यक उपकरण खरीद के लिए नियोजन व प्रशिक्षण निदेशालय द्वारा 30 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

    इससे सभी आईटीआई में आवश्यकतानुसार उपकरण खरीद कर केंद्र सरकार के एनसीबीटी के नियमानुसार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा सके।

    ट्रेनिंग दिला कर रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य

    मान्यताप्राप्त संस्थानों के ट्रेड मुख्यतः इलेक्ट्रिशियन, फीटर, इलेक्ट्रॉनिक मेकेनिक, डीजल मेकेनिक, वेल्डर, आईसीटीएसएस आदि हैं। प्रशक्षणार्थियों को संस्थानों में ऑनजॉब ट्रेनिंग दिलाकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

    वर्तमान में बाजार की मांग के अनुरूप अन्य ट्रेड शुरू करने की पहल हो रही है। उग्रवाद प्रभावित जमुई, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, बांका, मुजफ्फरपुर और नवादा में एक-एक आईटीआई की स्थापना हो चुकी है। इसमें 5 संस्थानों के भवन भी तैयार हो चुके हैं।

    इनकी संबद्धता भी NCVT से हो चुकी है। शेष 4 भवन निर्माण प्रगति पर है। जमुई, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल और रोहतास में दो-दो यानी कुल 12 कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की गई है।