राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को सचिवालय सभागार में अमानत कोर्स का शुभारंभ किया। यह कोर्स बिहार मुक्त विद्यालयी पाठ्यक्रम के अंतर्गत संचालित होगा। कोर्स छह माह का होगा। छात्रों को 10000 रुपये शुल्क देना होगा। Good News For Student
राज्य सरकार स्कूली शिक्षा में अमानत का कोर्स लागू करेगी। इसके एक पाठ या विषय के बारे में पढ़ाया जाएगा। अमानत को माध्यमिक शिक्षा का हिस्सा बनाया जा सकता है। इससे बच्चों में अमानत के बारे में जानकारी बढ़ेगी। ये बातें शुक्रवार को बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहीं।
सचिवालय स्थित सभागार में कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि भूमि विवाद राज्य की एक प्रमुख समस्या है। इसमें अमीनों की कमी एक बड़ी वजह है। बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड द्वारा विकसित अमानत के कोर्स से अमीनों की कमी दूर करने में काफी मदद मिलेगी।
मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है। यहां की जनसंख्या काफी घनी है। ऐसे में भूमि का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। भूमि विवाद के समाधान में अमानत का कोर्स काफी सहायक साबित होगा। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि अमानत कोर्स करने वाले युवाओं को सरकारी एवं निजी दोनों क्षेत्र में रोजगार के अवसर विकसित होंगे।
छह माह का होगा कोर्स
बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी दिनेश ङ्क्षसह विष्ट ने कहा कि अमानत कोर्स छह माह का होगा। इसके लिए 10 हजार रुपये शुल्क रखा गया है। इंटर पास छात्र अमीन का कोर्स कर सकते हैं। Good News For Student
400 घंटे का होगा कोर्स
बोर्ड द्वारा तैयार कुल कोर्स 400 घंटे का होगा। इसमें 160 घंटे सैद्धांतिक एवं 240 घंटे प्रायोगिक पढ़ाई होगी। अमानत कोर्स करने वाले छात्र का अगर गणित कमजोर है तो उसका बृज या एडवांस बृज कोर्स कराया जाएगा। अमानत कोर्स करने वाले विद्यार्थी की वैद्यता पांच वर्षों की होगी। इस दौरान उन्हें परीक्षा पास करने के लिए कुल नौ मौके दिए जाएंगे।
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