80 फीसदी से कम कॉपी जांची तो पारिश्रमिक कटौती के साथ अनुशासनिक कार्रवाई भी होगी। यही नहीं, दैनिक ठहराव और सवारी भक्ता का भी इन परीक्षकों को भुगतान नहीं होगा। हर दिन किस परीक्षक ने कितनी कॉपी जांची, इस पर बोर्ड की इस बार ऑनलाइन नजर रहेगी (12th copy check)
शुक्रवार से शुरू हो रही इंटर कॉपी जांच को लेकर ये बदलाव किये गये हैं।
पारदर्शिता और समय पर कॉपी जांच को लेकर कई प्रक्रियाएं बदली गई हैं। सभी मूल्यांकन केन्द्र पर हर दिन किस परीक्षक ने कितनी कॉपी जांची, इसकी रिपोर्ट बोर्ड के पास रहेगी। इसके लिए एक ग्रुप बनाया गया है जिस पर ऑनलाइन परीक्षकों की संख्या और जांची गई कॉपीयों की संख्या रहेगी।
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि अंकों के हिसाब से जिस कॉपी जांच के लिए जितनी न्यूनतम संख्या रखी गई है, उसके 80 फीसदी से कम संख्या में जांच करने पर न केवल किसी भी तरह के पारिश्रमिक से वंचित रहेंगे बल्कि कार्रवाई भी होगी। इसके साथ ही इस बार कॉपी और मार्क्स फाइल, अवार्डशीट पर अलग-अलग अंक न हे, इसे लेकर कई स्तर पर निगरानी की जा रही है। पिछले साल इस तरह के कई मामले, स्क्रूटनी में खुले थे।
यही नहीं, बारकोड के अनुसार अंक भी नहीं चढ़ाए गए थे। जो छात्र उपस्थित थे, उनके अंक नहीं चढ़े थे वहीं जो अनुपस्थित थे, उसके अंक चढ़ाए गए थे। इस बार इस पर बोर्ड की विशेष नजर है।
ऑनलाइन मॉनिटरिंग
• परीक्षक ने कितनी कॉपी जांची, बोर्ड की रहगी ऑनलाइन नजर
इंटर की कॉपियों जांच को लेकर जारी किया गया निर्देश
दोस्तर पर होगी चढ़े प्राप्तांक की जांच 12th copy check
मूल्यांकन केन्द्र निदेशक मदन चौधरी
व, सुनील कुमार ने बताया कि इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश मिला है। कॉपी पर चढ़ाए
प्राप्तांक, माक्स फ्वायल तथा अवार्ड शीट पर चढ़ाए गए प्राप्तांक एक है या नहीं, इसका मिलान दो स्तर पर
किया जाएगा। इसके बाद ही अवार्ड शीट और मार्क्स फ्वायल पर प्रधान परीक्षक और सह परीक्षक अपना हस्ताक्षर करेंगे।
दो तरह की कॉपी की जांचने की न्ययूनतम संख्या (12th copy check)
25 अंक वाली कॉपी: 75 कॉपी प्रतिदिन होगी जांच
50 अंक वाले में : 55 कॉपी प्रतिदिन होगी जांच
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