कॉलेजों की लापरवाही से बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के दो हजार छात्रों की जेब कटेगी। स्नातक सत्र 2020-23 के पार्ट वन के इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन राशि लेने के बावजूद कॉलेजों ने समय पर नहीं कराया। इससे अब इन्हें रजिस्ट्रेशन कराने के लिए फाइन देना होगा। इससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
छात्रों को 800 रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए जमा करने थे
बिहार यूनिवर्सिटी ने पिछले वर्ष एडमिशन के वक्त ही रजिस्ट्रेशन की तारीख निकाली थी। उस समय छात्रों को 800 रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए जमा करने थे, लेकिन कॉलेजों ने रजिस्ट्रेशन कर उसे यूनिवर्सिटी को नहीं भेजा। इस बीच तीन बार और रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ाई की।
कई रिमाइंडर के बाद भी कुछ कॉलेज छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं भेज रहे
उसके बाद भी कॉलेज लापरवाह बने रहे। अब छात्रों को रजिस्ट्रेशन के लिए 800 की जगह 1400 रुपये जमा करने होंगे। रजिस्ट्रेशन की एक और अंतिम तारीख दो से तीन दिन में विवि जारी करने जा रही है। विवि का कहना है कि कई रिमाइंडर के बाद भी कुछ कॉलेज छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं भेज रहे हैं।
माइग्रेशन नहीं आने से भी रुका है पंजीयन
रजिस्ट्रेशन के अलावा कॉलेजों ने 500 छात्रों का माइग्रेशन भी नहीं भेजा है। कॉलेजों से माइग्रेशन नहीं आने से इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। कॉलेजों ने विवि को दलील दी है छात्रों ने ही अब तक माइग्रेशन सर्टिफिकेट जमा नहीं की है। इसलिए उनका माइग्रेशन नहीं भेजा गया है। विवि के यूएमआइएस कोऑर्डिनेटर प्रो. टीके डे ने बताया कि कॉलेजों को माइग्रेशन भेजने के लिए रिमाइंडर भेजा गया है। माइग्रेशन आने के बाद ही छात्रों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।
स्नातक पार्ट वन का फॉर्म भी अटका
छात्रों के रजिस्ट्रेशन नहीं होने पार्ट वन सत्र 2020-23 का फॉर्म भी अटक गया है। जब तक सभी छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो जाता तब तक परीक्षा फॉर्म नहीं भरा जाएगा। सत्र 2020-23 का दाखिला हुए भी डेढ़ वर्ष बीत गए हैं, लेकिन इसके बाद भी कॉलेज रजिस्ट्रेशन भेजने में सुस्त बने हुए हैं। कोरेाना का असर कम होने के बाद विवि अब परीक्षाएं कराने की योजना तैयार कर रही है।
Telegram Group – Click here
Facebook Group – Click Here
Bihar News – Click Here
Join WhatsApp – Click Here