इंटर व मैट्रिक परीक्षा में जूता-मोजा पहन कर परीक्षार्थियों को केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। परीक्षार्थियों को जूता मोजा की जगह चप्पल पहन ही आना होगा। परीक्षा को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने यह आदेश जारी किया है।
बिहार बोर्ड ने शिक्षा विभाग के साथ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को भी परीक्षा को लेकर किया अलर्ट
1 फरवरी से इंटर की परीक्षा है, वहीं 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा होनी है। दोनों परीक्षा को लेकर बोर्ड ने डीएम के साथ ही वरीय पुलिस अधीक्षक और जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी किया है। कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र निकालने से लेकर केंद्र पर परीक्षार्थियों के प्रवेश को लेकर बोर्ड की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसके साथ ही विषय वार ओएमआर शीट लेने का अलग अलग शिड्यूल भी बोर्ड की ओर से जारी कर दिया गया है।
बिहार बोर्ड ने निर्देश दिया
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्र पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी यह नजर रखेंगे कि केवल परीक्षार्थियों को ही परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर उनके एडमिट कार्ड को देखकर प्रवेश मिले किसी भी परिस्थिति में परीक्षार्थियों के अतिरिक्त कोई भी बाहरी व्यक्ति को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
कदाचार पर रोकथाम के लिए होरिजेंटल रहेंगी उत्तर पुस्तिकाएं:
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि इंटर-मैट्रिक परीक्षा में किसी तरह का कदाचार नहीं हो, इसे लेकर होरिजेंटल रूप में उत्तर पुस्तिकाएं रहेंगी। मुख्य परीक्षा के डाटा युक्त कॉपियों के आवरण पृष्ठ के तीनों भाग में परीक्षार्थी से संबंधित अनेक विवरण पहले से ही छपा होगा। परीक्षार्थियों द्वारा बाएं भाग में मात्र विषय, उत्तर देने का माध्यम, प्रश्न पत्र सेट कोड की उपलब्धता ही अंकित किया जाना है।
सब्जेक्टिव कॉपियों की भांति ही ऑब्जेक्टिव का ओएमआर आधारित
इसी प्रकार परीक्षार्थी और दाएं भाग के शेष पहले से छपे हुए रिकॉर्ड में किसी भी प्रकार का कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। अगर कॉपी में पहले से छपे हुए रिकॉर्ड में भाग में है। सब्जेक्टिव कॉपियों की भांति ही ऑब्जेक्टिव का ओएमआर आधारित कॉपी परीक्षार्थियों के डाटा युक्त के साथ रहेगा।
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