BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अंगीभूत व संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में चल रहे स्नातक स्तरीय विभिन्न वोकेशनल कोर्स में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है।
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सरकार ने मंगलवार को मंजूरी दे दी
लंबे समय से यूनिवर्सिटी के 44 कॉलेजों में संचालित कोर्स व इसमें आवंटन सीट की स्वीकृति के लिए सरकार के समक्ष जो प्रस्ताव लंबित था, उसे सरकार ने मंगलवार को मंजूरी दे दी है।
विवि की 25 हजार से अधिक छात्राओं को लाभ मिलेगा
शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री कन्या उत्थान राशि से वंचित विवि की 25 हजार से अधिक छात्राओं को लाभ मिलेगा. सरकार ने सत्र 2014-17 से कोर्स व स्वीकृत सीटों को मंजूरी दी है।
लड़कियों को मिलेगा 25 हजार
कन्या उत्थान योजना वर्ष 2015 से शुरू हुई थी है. इससे 2015-18 सत्र में वोकेशनल व सेल्फ फाइनेंस के तहत चल रहे कोर्स में नामांकन लेकर जो छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें 25000 रुपये के हिसाब से सरकार बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करेगी. वहीं, 2018-21 सत्र व इसके बाद उतीर्ण हुए छात्राओं को 50 हजार रुपये मिलेंगे।
सामान्य विषयों के स्नातक करने वाली छात्राओं को कन्या उत्थान की राशि सरकार दे रही थी, लेकिन वोकेशनल व सेल्फ फाइनेंस से स्नातक पास करने वाली छात्राओं के आवेदन को पेंडिंग कर दिया गया था. इसकी संख्या लगभग 30 हजार है. अब ऐसे सभी छात्राओं को लाभ मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
तीन कॉलेजों में सेल्फ फाइनेंस से कॉमर्स, भूगोल आदि
की पढ़ाई
बिहार विश्वविद्यालय के तीन प्रीमियर कॉलेजों में सेल्फ फाइनेंस के तहत कॉमर्स, भूगोल आदि विषयों की पढ़ाई होती है. इसमें शहर के दो एलएस कॉलेज व एमडीडीएम कॉलेज शामिल हैं।
हाजीपुर के आरएन कॉलेज में भी कॉमर्स
हाजीपुर के आरएन कॉलेज में भी कॉमर्स, भूगोल सहित कई कोर्स सेल्फ फाइनेंस के तहत चल रहे हैं. सरकार ने इस सभी कोर्स की स्वीकृति भी दे दी है. यानी सत्र 2014-17 में नामांकित या इसके बाद नामांकन लेकर जो छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें भी मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की लाभ मिलेगा।
इन वोकेशल कोर्स की मिली है मंजूरी
बीसीए, बीबीए, बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस, बैचलर इन मास कम्यूनिकेशन, सीएनडी, इंडस्ट्रियल माइक्रो बायोलॉजी, बैचलर ऑफ बायोटेक्नॉलोजी, बैचलर इन इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री, बैचलर इन फिश एंड फिशरिज, एडवरटाइजिंग सेल्स एंड प्रमोशन मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट इन कंप्यूटिंग, थ्री ईयर डिग्री कोर्स इन ह्यूमन राइटस आदि।
विश्वविद्यालय व कॉलेजों के लिए बड़ी उपलब्धि: प्रो अभय कुमार सिंह
विश्वविद्यालय सहित जिन-जिन कॉलेजों में सेल्फ फाइनेंस व वोकेशनल कोर्स की मंजूरी मिली है, उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
अब इन पाठ्यक्रमों के संचालन पर कहीं से कोई सवाल-जवाब नहीं होगा. काफी समय से मैं इस काम के लिए सरकार में लगा हुआ था. मंगलवार को मीटिंग कर सरकार ने बिहार विवि सहित राज्य के दो अन्य विश्वविद्यालयों में चल रहे कोर्स को स्वीकृति दे दी है।
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