बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से अंगीभूत । कालेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स में सत्र 2021-24 में नामांकन की । स्थिति ठीक नहीं है। करीब डेढ़ महीने 1 तक आवेदन की प्रक्रिया होने के बाद भी औसत सभी कालेजों में 30 से 35 फीसद ही आवेदन प्राप्त हुए हैं। ऐसे में कालेजों को इन कोर्स को संचालित करने में भी कठिनाई होगी।
कारण कि सभी कालेजों में ये कोर्स सेल्फ फाइनेंस मोड में संचालित होते हैं।
यदि 1 नामांकन नहीं होगा तो पठन-पाठन व अन्य कार्यों को संचालित करना भी मुश्किल हो जाएगा। विवि में करीब साढ़े तीन हजार सीट निर्धारित हैं। डेढ़ महीने तक आवेदन की प्रक्रिया होने के बाद करीब 1200 आवेदन आए हैं।
1 विभिन्न कालेज के प्राचार्यों की ओर से तिथि विस्तारित करने की मांग पर विचार करते हुए विवि ने 15 जुलाई तक तिथि बढ़ा दी है। सीसीडीसी प्रो. । अमिता शर्मा ने बताया कि कुलपति के निर्देश से इसे 15 जुलाई तक बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि सीबीएसई का परिणाम 31 जुलाई को आएगा ऐसे में तिथि को अगस्त के पहले सप्ताह तक बढ़ाया जा सकता है। 15 के बाद इसपर विचार होगा। एमडीडीएम कालेज की प्राचार्य डा. कनुप्रिया ने बताया कि सीबीएसई 12वीं का परिणाम अबतक नहीं आने और कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक तंगी भी कम आवेदन का कारण बना है।
अन्य कालेज के प्राचार्यों ने कहा कि विवि को कम से कम एक महीने का समय और आवेदन के लिए दिया जाना चाहिए ताकि सीबीएसई के छात्रों को भी आवेदन का मौका मिले। साथ ही कोर्स में नामांकन हो इससे संचालन में सुविधा मिलेगी।
कम नामांकन होने पर बंद हो सकता कोर्स यूजीसी की ओर से इस वर्ष कई कालेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स में लगातार तीन वर्षों से 10 फीसद से कम नामांकन होने पर ऐसे कोर्स को बंद करने का निर्देश दिया गया है।
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