डिग्री, प्रोविजनल व माइग्रेशन सर्टिफिकेट की फीस बढ़ी, परेशानी अब भी कायम

डिग्री सर्टिफिकेट के आवेदन का शुल्क एक सौ से बढ़ाकर पांच सौ रुपये किया गया डिग्री प्रोविजनल

बिहार विश्वविद्यालय में डिग्री और प्रोविजनल समेत अन्य सभी प्रमाणपत्र निर्गत करने को लेकर शुल्क में बढ़ोतरी कर दी गई, लेकिन सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। तीन महीने पूर्व जहां डिया सर्टिफिकेट के लिए आवेदन का शुल्क एक सी रपये था। अब उसे बढ़ाकर पांच सौ रुपये कर दिया गया है।

लेकिन उसे प्राप्त करने की प्रक्रिया पूर्ववत है। छात्र ऑनलाइन आवेदन करने के बाद सर्टिफिकेट के लिए विवि पहुंचते हैं तो उन्हें एक विभाग से दूसरे विभाग भज दिया जाता है। आवेदन संख्या बताने पर भी प्रमाणपत्र की स्थिति नहीं मालूम हो पाती। इस कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है। क्लिक करे

यदि शीघ्र डिग्री सर्टिफिकेट की जरूरत हो तो विवि के बाहर खड़े बिचौलिएमोटी रकम लेकर काम करा देने हैं। इस तरह छात्रों का शोषण का शिकार होना पड़ता है।

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लिली प्रमाण के लिए आवेदन करने चाले मात्र परेशान : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डिग्री प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को पिछले 15 दिनों से परेशानी का सामना करना पड़ रहाहै।

आवेदन करने पर राशि आवेदक के खाते से कट जाती है लेकिन उसकी संपुष्टि नहीं हो पा रही कि आवेदन

सफलतापूर्वक हुआ या नहीं। कई छात्रों को और से इसको लेकर शिकायत की गई है।

एमआइएस को-आर्डिनेटर प्रो. ललन झा ने बताया कि छात्रों की ओर से फीस का भुगतान होने के बाद भी

इसकी संपुष्टि नहीं होने की शिकायत मिली है। इससे राजभवन को अवगत करा दिया गया है। क्योंकि अब

आवेदन की प्रक्रिया सीधे राजभवन की निगरानी में उसी पोर्टल पर की जाती है। इस समस्या का समाधान

शीघ हो जाएगा।

आवेदन संख्या बताने पर भी प्रमाणपत्र की स्थिति नहीं मालूम से पाती, मोटी रकम की उगाही कर विचौलिये करावे काम

इस प्रकार शुल्क में हुई वृद्धि सर्टिफिकेट का नाम, पहले का

शुल्क, वर्तमान डिग्री प्रमाणपत्र, 100 रुपये, 500 रुपये, डाक से 700 रुपये प्रोविजनल (हिंदी) प्रमाणपत्र,

50 रुपये, 100 रुपये प्रोविजनल अंग्रेजी 60 रुपये, 150 रुपये • माझाशन प्रमाणपत्र, 80 रुपये, 200

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