बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के दर्जनभर संबद्ध डिग्री कालेज पांच वर्ष और इससे पूर्व नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों का फार्म भरवाने के लिए विवि पर दबाव बना रहे हैं। फिलहाल यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट एंड इंफार्मेशन सिस्टम (UMIS) ने इन कालेजी को ऐसे विद्यार्थियों का फार्म भरवाने से रोक दिया है।
प्रथम वर्ष का परीक्षा फार्म नहीं भरा तो उसे दोबारा नामांकन लेना पड़ेगा
UMIS को-आर्डिनेटर प्रो. टीके डे ने बताया कि यदि किसी विद्यार्थी ने नामांकन के बाद रजिस्ट्रेशन कराया लेकिन प्रथम वर्ष का परीक्षा फार्म नहीं भरा तो उसे दोबारा नामांकन लेना पड़ेगा। अधिकतम दो बार उन्हें इसका मौका मिलेगा। दूसरी बार में उन्हें परीक्षा फार्म भरते समय दोनों वर्ष के नामांकन की स्लिप, रजिस्ट्रेशन स्लिप और शपथपत्र देना होगा, लेकिन कई कालेज ऐसे हैं जो पांच वर्ष से भी पुराने नामांकन वाले विद्यार्थियों का परीक्षा फार्म भरवाना चाह रहे हैं। ऐसे दर्जनभर कालेजों को रोका गया है।
77 हजार विद्यार्थियों ने अबतक भरे परीक्षा फार्म :
बीआरएबीयू की ओर से स्नातक सत्र 2020-23 के प्रथम वर्ष का परीक्षा फार्म भरा जा रहा है। कुल1.05 लाख में से 77 हजार छात्र-छात्राओं ने ही सोमवार तक फार्म भरकर जमा किया है। कालेज की ओर से इसे पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है।
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• यूएमआइएस ने नियम के विरुद्ध नामांकन वाले विद्यार्थियों का रोका फार्म
• पांच वर्ष पुराने रजिस्ट्रेशन पर ही देना चाहते प्रथम वर्ष की परीक्षा
फार्म भरने को कल बुधवार तक का समय
पहले 11 तक फार्म भरने की तिथि निर्धारित थी। उस समय तक 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही फार्म भर सके थे। ऐसे में 20 अप्रैल तक तिथि विस्तारित की गई थी। करीब 28 हजार विद्यार्थी अबतक फार्म नहीं भर सके हैं। UMIS को आर्डिनेटर प्रो. टीके डे ने बताया कि कला संकाय में 59775, विज्ञान में 10987 और वाणिज्य संकाय में 6243 विद्यार्थियों ने फार्म भरे हैं। फार्म भरने को कल बुधवार तक का समय है।
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