कॉलेजो ने बिना संबद्धता के ही ले लिया एडमिशन

छात्रों को लौटाई जाएगी राशि परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा है कि बिना संबद्धता वाले कॉलेजों के छात्रों के परीक्षा फॉर्म अस्वीकार कर दिए गए हैं। इन छात्रों के परीक्षा फॉर्म की राशि भी लौटाई जाएगी। Colleges without affiliation

ऑनस्पॉट एडमिशन का मौका मिलते ही बिना संबद्धता प्राप्त कॉलेजों ने हजारों छात्रों का नामांकन ले

लिया। यही नहीं, इन कॉलेजों ने छात्रों का स्नातक पार्ट वन का परीक्षा फॉर्म भी भरवा लिया।

अब इन कॉलेजों को संबद्धता न मिलने के बाद एडमिशन ले चुके व परीक्षा फॉर्म भर चुके छात्रों के करियर को दो साल का बड़ा नुकसान हो सकता है।

कॉलेजों की मनमानी के कारण यह स्थिति बनी है। दो दर्जन से अधिक कॉलेजों में ऐसे 20 हजार के

आसपास छात्र बताए जा रहे हैं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से इन कॉलेजों के नाम पोर्टल से

हटा दिये जाने और फॉर्म भरने से रोकने के बाद छात्रों की परेशानी बढ़ गई है। छात्रों का कहना है कि उनसबों नेसत्र 2019-20 में एडमिशन लिया। क्लिक करे

वर्ष 2020 में उनके पार्ट-वनकी परीक्षा होने वाली थी। कोरोना के कारण परीक्षा नहीं हो सकी। अब वर्ष

2021 में फॉर्म भराया तो पूरा मामला सामने आया। इस दौरान सत्र 2020-21 में एडमिशन का मौका भी निकल गया।

अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2019 में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन कराया। प्रवेश परीक्षा के

माध्यम से एडमिशन कराया जाना था लेकिन, बाद में ऑनस्पॉट एडमिशन हुआ। जिन छात्रों ने ऑनलाइन आवेदनकिया।

उनमें से कई छात्रों का नामांकन इन कॉलेजों ने भी कर लिया। मार्च के प्रथम सप्ताह में स्नातक पार्ट-वनकी

परीक्षा हो रही है। इन कॉलेजों का नाम विविकी पोर्टल पर शुरुआती दस दिनों से अधिक समय था। क्लिक करे

इस दौरान 12 हजार से अधिक छात्रों ने परीक्षा भी फॉर्म भरा। जांच में मामला सामने आने के बाद इन

कॉलेजों का नाम पोर्टल पर से हटा दिया गया है। Colleges without affiliation