परीक्षा से वंचित होंगे सैकड़ों छात्र
बिहार विश्वविद्यालय के स्नातक पार्ट वन में नामांकन घोटाला सामने आया है। विवि के कई ऐसे कॉलेजों ने भी 2019 में दाखिला ले लिया, जिन्हें मान्यता थी ही नहीं। अब इन कॉलेजों के पार्ट वन के छात्र परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित हो गए हैं। Bihar university scam
स्नातक पार्ट वन की परीक्षा के लिए 20 तक ऑनलाइन फॉर्म भराया जा रहा है, लेकिन गैर संबंधन वाले कॉलेजों का नाम विवि के पोर्टल पर नहीं होने से काफी संख्या में छात्र परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं।
इसका खुलासा तब हुआ, जब ऐसे कई छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक से इसकी शिकायत की। इन छात्रों का
विवि से रजिस्ट्रेशन भी हो चुका है। इसके बावजूद इन कॉलेजों के छात्रों को अब परीक्षा से वंचित होने की
चिंता सता रही है। हालांकि, ऐसे कॉलेज के प्राचार्य सामने नहीं आ रहे हैं। इसके कारण यह साफ नहीं हो सका है कि ऐसे कितने कॉलेज हैं?
परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा, विवि में 102 ऐसे कॉलेज हैं, जिन्हें किसी न किसी सत्र के लिए मान्यता मिली थी, लेकिन 2019-22 सत्र में 59 कॉलेजों को ही मान्यता थी। इन कॉलेजों के संबंधन वाले
विषयों के नाम के साथ पोर्टल पर डाले गए। इसके बाद जिन कॉलेजों ने दाखिला लिया। वो वैध नहीं है,
इसलिए पोर्टल पर नाम नहीं है। उन्होंने कहा, संबंधित कॉलेज के प्राचार्य सामने आएंगे तो इसकी जानकारी
कुलपति को दी जाएगी। Bihar university scam click here
बिना मान्यता के दाखिला लेने वाले कॉलेजों पर प्राथमिकी करानी थी
2018 में बिना मान्यता के नामांकन लेने का मामला सामने आने के बाद सरकार ने विवि को ऐसे कॉलेजों
के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था, लेकिन 2019 में भी कई कॉलेजों ने आदेश को
दरकिनार कर दाखिला ले लिया। हैरानी की बात यह है कि विवि ने भी कार्रवाई के बदले ऐसे कॉलेजों में
नामांकित छात्रों का रजिस्ट्रेशन कर लिया। विवि की मानें तो ऐसे कॉलेजों के छात्रों का फॉर्म नहीं भरवाया
जा सकता। यह भी जांच की जाएगी कि कैसे रजिस्ट्रेशन हुआ। Bihar university scam
बिना विलंब शुल्क 20 तक भरना है फॉर्म स्नातक पार्ट वन की परीक्षा के लिए 20 फरवरी तक बिना विलंब
शुल्क के फॉर्म भराया जाना है। ऐसे में 4 दिन शेष बचने के साथ ही अपनी समस्या लेकर विवि पहुंचने
वाले छात्रों की संख्या बढ़ने लगी है। कई ऐसे कॉलेज भी हैं, जिन्हें जिन विषयों का संबंधन नहीं है, फिर भी
उन विषयों में नामांकन ले लिया गया है। विवि के अनुसार, इन छात्रों को अनुमति मिली तो अवैध रूप से
फाइनल ईयर की परीक्षा लेनी होगी। यह सरकार के आदेश के विरुद्ध होगा। click here