बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कॉलेजों में स्नातक नामांकन के लिए आवेदन करने वाले पांच हजार छात्रों के फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया है। गलत ऑनलाइन आवेदन करने और गलत जानकारी देने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसा किया है। इन छात्रों के आवेदनों को रिजेक्ट की सूची में डाल दिया है। इनको विवि अब दूसरा मौका नहीं देने के मूड में है ।
78 कॉलेजों के लिए 30 अप्रैल तक स्नातक में एडमिशन के लिए ऑनलाइन की तिथि थी । एक लाख 40 हजार सीटों के लिए महज एक लाख पांच हजार छात्रों ने ही आवेदन किया । हालांकि, आवेदकों की संख्या कम होने के कारण विवि अधिकारी चिंचित हैं। कोरोना की स्थिति कुछ सामान्य होने पर विवि एक बार फिर फॉर्म भरने के लिए पोर्टल ओपन करने पर विचार कर सकता है। अबतक आये आवेदनों की यूएमआईएस की ओर से जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि पांच हजार से अधिक छात्रों ने गलत आवेदन किया है । कई छात्रों ने इंटर में आये अंक से पांच से दस फीसदी तक अधिक अंक भर दिया है।
जांच के बाद निर्णय
• स्नातक एडमिशन के लिए गलत अंक और गलत विषय चुनने के कारण छात्रों का फॉर्म रद्द
• इंटर में आये अंक से पांच से दस फीसदी तक अधिक अंक भर स्नातक में किया आवेदन
78 कॉलेज के लिए एक लाख पांच हजार छात्रों ने किया
यूएमआईएस कोऑर्डिनेटर डॉ. ललन कुमार झा ने कहा कि लगभग पांच हजार छात्रों ने अपने आवेदन को गलत भरा है। किसी ने किसी विषय में अंक बढ़ाकर फॉर्म भर दिया है तो किसी ने इंटर के जिस विषय में सबसे अधिक अंक आया है उसे फॉर्म भर दिया है जबकि ऑनर्स विषय के लिए दूसरा विषय चुना है। ऐसे छात्रों का फॉर्म अलग कर दिया गया है । इसके अलावा फोन नंबर व ईमेल आईडी भी गलत भरा है कोऑर्डिनेटर ने कहा कि पोर्टल बंद हो चुका है। अब सुधार का मौका नहीं दिया जाएगा।
Telegram Group – Click here
Facebook Group – Click here
Bihar News – Click here