बिहार यूनिवर्सिटी की लेट लतीफी से एक साथ स्नातक के तीन सत्र के छात्र पार्ट वन में , स्नातक का सत्र बेपटरी हो चुका

बीआरए बिहार विवि में स्नातक का सत्र बेपटरी हो चुका है। स्थिति यह है कि अब पार्ट वन में एक साथ तीन सत्रों के छात्र पढ़ेगे। पहले से ही दो सत्र के छात्र पार्ट वन की परीक्षा के इंतजार में हैं। सत्र 2019-22 और 2020-23 की पार्ट वन की परीक्षा नहीं हुई है। अब सत्र 2021-24 में भी छात्र भी पार्ट वन में दाखिला लेंगे। इसी महीने दाखिले के लिए मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।

दो सत्रों के लाख छात्र पहले से अगली कक्षा

इस सत्र के साथ बिहार विवि में पार्ट वन के छात्रों की संख्या साढ़े चार लाख हो जाएगी। पार्ट वन में अब तक एक लाख 33 हजार आवेदन आए हैं। पिछले दो सत्रों के लाख छात्र पहले से अगली कक्षा में जाने के इंतजार में हैं। छात्रों का कहना है कि बिहार विवि जब बीएड और पैट की परीक्षा ले रहा है तो हमारी परीक्षा क्यों नहीं ली जा रही है। हमारा साल खराब हो रहा है।

वहीं, बिहार विवि परीक्षा के लिए सरकार की गाइडलाइन का इंतजार कर रहा है एलएस कॉलेज के छात्र राजीव कुमार ने कहा कि वह 2019-22 का छात्र है, दो वर्षों से पार्ट वन की परीक्षा का इंतजार कर रहा है। राजीव का कहना है कि कोरोना के समय में पूरे राज्य में बीएड की परीक्षा हो रही है, लेकिन हमारी पार्ट वन की परीक्षा नहीं ली जा रही है। दूसरे विवि में पढ़ने वाले मेरे दोस्त पार्ट टू की परीक्षा देंगे।

प्रो. रवींद्र कुमार प्रति कुलपति, बिहार विधि

ग्रेजुएट होने के इंतजार में हजारों छात्र: बिहार बिहार के सत्र 2018-21 के 60 हजार छात्र प्रजुएट होने के इंतजार में हैं। इनकी परीक्षा भी इसी महीने जून-जुलाई में हो जानी चाहिए थी, लेकिन परीक्षा का कुछ अता-पता नहीं है। पार्ट थ्री के छात्रों ने बताया कि परीक्षा नहीं होने से वह किसी प्रतियोगिता में अपीयरिंग कैंडिटेड के तौर पर फॉर्म भी नहीं भर सकते हैं।

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हाल में ही स्टेट बैंक में कई रिक्तियां आदीं थीं, लेकिन उसमें अक्टूबर महीने तक डिग्री मिल जाने की शर्त थी, जब हमारी परीक्षा ही नहीं हुई है तो अक्टूबर तक डिग्री कहां से मिल जायेगी।

छात्रों की नहीं हुई परीक्षा

•विवि में पार्ट वन के तीन लाख छात्र परीक्षा के इंतजार में

• सत्र 2019-22 और 20-23 के छात्रों की नहीं हुई परीक्षा

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