फेसबुक पर 2 हजार रुपये में रिजल्ट ठीक कराने का ठेका, यहाँ देखें रिपोर्टर और बिचौलिये के बीच हुई बातचीत

बिहार विवि के पेंडिंग रिजल्ट को ठीक करने के लिए सोशल मीडिया पर बिचौलिये छात्रों से पैसे मांग रहे हैं. इसके लिए बिचौलियों ने बकायदा अपना नंबर भी Facebook पर जारी किया है. बिचौलिये इस नंबर पर फोन कर संपर्क करने को कह रहे हैं. बिचौलियों का दावा है कि वह 100 फीसदी काम करा देंगे लेकिन इसके एवज में पैसे उन्हें एडवांस चाहिए एक रिजल्ट ठीक कराने के लिए बिचौलिये 2000 रुपये की मांग कर रहे हैं. बिहार विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो मनोज कुमार ने छात्रों को किसी भी ऐसे बिचौलिये के फेर में नहीं पड़ने को कहा है, उन्होंने छात्रों से अपील की है कि अगर रिजल्ट में गड़बड़ी है तो वह कॉलेज में आवेदन करें.

पैसे गूगल पे करो एक हफ्ते में ठीक हो जायेगा रिजल्ट

बिचौलियी के इस रैकेट का खुलासा करने के लिए खुद इस संवाददाता ने बिचौलिये से फोन पर बात की. बिचौलिये को फोन लगाने पर करीब आधे घंटे तक उसका फोन व्यस्त बताता है. आधे घंटे के बाद बिचौलिये की फोन की घंटी बजी फोन पर बात करते हुए उसने रिपोर्टर से किस पार्ट का रिजल्ट सुधरवाना है इसकी जानकारी मांगी काफी देर के बाद उसने कहा कि पैसे गूगल पे करना होगा जिस नंबर पर बात हो रही है वह नंबर बैंक से जुड़ा नहीं है. पैसे आने के बाद रिजल्ट पहले वेबसाइट पर और फिर टीआर में ठीक किया जायेगा. Facebook 2000

रिपोर्टर और बिचौलिये के बीच हुई बातचीत

रिपोर्टर– आपका नंबर फेसबुक से मिला

बिचौलिये – बताओ क्या काम है।

रिपोर्टर– मेरे छोटे भाई का पार्ट टू का रिजल्ट नॉट फाउंड बता रहा है।

बिचौलिये- तुम्हारे भाई का सेशन कौन सा है

रिपोर्टर– 2019-20 वाली परीक्षा दी थी, जिसका रिजल्ट अभी हाल में आया है

बिचौलिये– अरे सेशन बताओ रिपोर्टर- 2017-20 बिचौलिये भाई ने थर्ड पार्ट की परीक्षा दी है, उसमें क्या रिजल्ट है

रिपोर्टर– हमें पार्ट टू वाले रिजल्ट को ठीक कराना है।

बिचौलिये – पार्ट टू में कौन सा चांस था

रिपोर्टर– पहला चांस था

बिचौलिये – हो जायेगा

रिपोर्टर– कितना देना होगा

बिचौलिये – दो हजार

रिपोर्टर– कब तक काम हो जायेगा , बिचौलिये एक हफ्ते में वेबसाइट पर और उसके बाद टीआर में ठीक हो जायेगा, पैसे गूगल पे से देने होंगे

What’s app पर मांगी सारी डिटेल

बिचौलिये ने रिजल्ट ठीक कराने के लिए वाट्सएप पर सारी डिटेल मांगी. उसने कहा कि रजिस्ट्रेशन कार्ड और एडमिट कार्ड की पीडीएफ कॉपी वाट्सएप कर दो. उसके बाद हम गूगल पे का नंबर भेजेंगे. दस्तावेज आने के बाद ही आगे का काम शुरू किया जायेगा.

विवि परिसर से सोशल मीडिया पर

पहुंचे बिचौलिये बिचौलियों का जमावड़ा विवि परिसर में कई बार सामने आया है. विवि थाने ने इसके लिए परीक्षा विभाग से लेकर डिग्री सेक्शन से कई लोगों को पकड़ा भी है. चूंकि अभी विवि बंद है इसलिए बिचौलिये सोशल मीडिया पर छात्रों से पैसे की वसूली कर रहे हैं. विवि प्रशासन का कहना है कि छात्रों को ऐसे विचौलियों से हमेशा दूर रहना चाहिए,

Telegram Group – Click here

Facebook Group – Click here

Bihar News – Click here